लगातार रहता है घुटनो में दर्द ? अर्थरोस्कोपी है उच्तम इलाज
घुटनो
के दर्द की समस्या हम
सभी को कभी ना
कभी बनी रहती है बढ़ती उम्र
के साथ हमारे घुटनो की मासपेशियो का
कमजोर होना एक आम बात
है हम अपने बुजुर्गो
से हमेशा घुटनो के दर्द की
शिकायत सुनते रहते है बढ़ती उम्र
हमारी हड्डियों को कमजोर कर
देती है और उनमे
से कट- कट की आवाज़
भी आने लगती है
जोड़ो
के दर्द के कई घेरलू
उपाय है जो हम
सब करते रहते है और जिसके
कारण दर्द चला भी जाता है
परन्तु कुछ कारणवश यदि यह दर्द महीनो
तक बना रहता है और फिजिकल
थेरपीस , दवाइया और सिकाई करना
भी आपको इस दर्द से
छुटकारा नहीं दिला रहा है तो आप
अर्थरोस्कोपी सर्जन से सलाह ले
सकते है
knee arthroscopy surgeon in Delhi अर्थरोस्कोपी डॉक्टर ललित बाफना के अनुसार लगातार घुटने में बने
रहने वाला दर्द गंभीर बीमारी की और संकेत देता है यह गठिया जैसे रोगो के कारण भी हो
सकता है घुटनो की कई अन्य ऐसे बीमारिया है जिनके कारण आपको लगातार दर्द बना रह सकता
है और चलने फिरने में कठिनाई हो सकती है इस लेख में आगे इन्ही कारणो पर विस्तार से
चर्चा की गयी है कई ऐसे रोग है जिनके कारण यह दर्द युवाओ में भी हो जाता है
घुटने में दर्द के कारण
·
गठिया की बीमारी: यह रोग हमारे जोड़ो में अत्यंत दर्द
एवं सूजन पैदा करता है यह बीमारी आमतौर पर बुजुर्गो को जायदा होती है गठिया रोग महिलाओ
में जायदा देखा जाता है| गठिया के रोग के कई प्रकार होते है जैसे रहॉमटॉइड आर्थराइटिस,
ऑस्टिओआर्थरिटिस और इसके कारण हमारी रोग प्रतिरोधक प्रणाली अपनी ही सवस्थ कोशिकाओं
को हानि पहुँचाती है
·
गाउट: यह बीमारी गठिया का एक प्रकार है हमारे
शरीर में अधिक मात्रा में यूरिक एसिड बनने से गाउट होता है जो ना केवल हमारी हड्डीओं
को नुकसान पहुँचता है बल्कि हमारी किडनी पर
भी असर डालता है
·
लिगामेंट का फट जाना: अचनाक तेज़ गति से घुटने को घुमाने से,
अचानक कूदने से और गिरने से या फिर एक्सीडेंट होने से भी लिगामेंट फट सकता है यह हमारे
घुटने में एक रेशेदार उत्तक होता है जो दोनों हडियो को जोड़े रखता है यु तो हमारे घुटने
में चार लिगामेंट होते है परन्तु एक के फटने से भी असहनीय दर्द हो सकता है
·
मेनिसकस टियर: मेनिसकस एक कुशन की तरह होता है जो
हमारे घुटने एवं जांघ की हड्डी को स्थिर बनाये रखने में सहायता प्रदान करता है मेनिसकस
में टीयर अधिकांश उन लोगो में देखा जाता है जो बढ़ चढ़ कर शारीरिक गतिविधियों में भाग
लेते है और खेल जैसे की वॉलीबाल, फुटबॉल इत्यादि में भाग लेते है रनर्स में भी घुटनो
की समस्याएं आम होती है
उपरोक्त कारणो
के अलावा भी कई अन्य परिस्थतिया हो सकती है जो हमारे घुटनो में दर्द उत्त्पन कर सकती
है जब अन्य उपचार विफल हो जाते है और आप घुटने का दर्द बर्दाश नहीं कर पाते है तब आप
अर्थरोस्कोपी सर्जरी का सहारा ले सकते है चलिए अब अर्थरोस्कोपी उपचार के बारे में जानते
है
अर्थरोस्कोपी Knee Arthroscopy Treatment in Delhi
अर्थरोस्कोपी
सर्जरी अन्य सर्जरियों के मुकाबले आपको अच्छे रिजल्ट देती है यह सर्जरी बहुत ही छोटे
से चिरो द्वारा की जाती है एक छोटा सा चीरा लगाया जाता है जिसके सहारे एक पेंसिलनुमा
कैमरा हमारे घुटने में डाला जाता है जो इसके अंदर के भाग को कंप्यूटर स्क्रीन पर दर्शाता
है फिर दूसरे चीरे द्वारा सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट्स को अंदर डाल कर सर्जरी की प्रक्रिया
पूरी की जाती है।
क्यों
अर्थरोस्कोपी एक उच्चतम उपाय है जानिए
·
अनेस्थिसिया दिए जाने के कारण पूरी प्रक्रिया
के दौरान मरीज़ को कोई दर्द महसूस नहीं होता है
·
अर्थरोस्कोपी की प्रक्रिया केवल कुछ घंटो में
पूरी हो जाती है दूसरी सर्जरियों के मुकाबले यह सर्जरी में इन्फेक्शन होने का खतरा
कम रहता है
·
छोटे और कम चीरे लगने के कारण रिकवरी जल्दी
हो जाती है
·
अधिकांश मरीज़ो को उसी दिन ही डिस्चार्ज कर
दिया जाता है
छोटे चीरे के कारण घाव जल्दी
भर जाते है जिस कारण आप जल्द ही सामान्य जीवन पर लोट सकते है घुटने की अर्थरोस्कोपी
सर्जरी के लिए आप डॉ ललित बाफना से सलाह ले
सकते है
Consult with Dr. Lalit
Bafna for Knee Arthroscopy Surgery in Delhi
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